Valentine's Day Poetry| Short Love Story| Relationship| Friendship| Crush|
Hi friends! Welcome to our blog. Today, im going to tell you my school life love story for upcoming Valentine's Day.
So.. Tell me, What can I Answer..??
अक्सर अब से पहले स्कुल जाना अच्छा लगता नही था
या फिर यु कह लो की पसंद होने का कोई कारण ही नही था
अब तो बिना किसी झिझक के सुबह उठ जाया करता था मैं
ऐसा Scene इस से पहले
मेरे साथ कभी हुआ ही नही था ।
Class में पहुँचते ही Second Row की Second Seat पे
वो बैठी मिलती थी
वजह थी वो जो School आने में मुझे इतनी खुशी मिलती थी।
वो Notes Exchange करते करते
मेरा दिल भी पन्नो के साथ फिसल गया
पहले प्यार मे क्या सख्ती दिखाता यार
सबकी तरह मैं भी पिघल गया।
अब मँजुर नही था मुझे की ,
टिचर मुझे उसके सामने डाँटे
तो जुब़ान पे लगाम लगाया मैंने
और कम कर दी थोडी बातें।
Assignments Time से पहले complete कर लेता था
जिस से वो माँगे तो हाँ ही कहु,
आज कल थोडा पढ़ने भी लगा था मैं
की कल कोई Question उठे तो उसका जवाब
सबसे पहले मैं ही दुँ।
उसे देखकर बेवजह मैं
मुस्कुराते रहता था
पागलों की तरह Corridor में भी
हँसते-गाते रहता था ।
अपनी 2nd Seat से उठकर
जब मेरी Last seat तक का सफर करती थी ना वो
उसे Doubts ही पुछने होंगे
मै भी बडा ईट्मीनान से उसे पहले गलत
फिर सही पढाता था।
कुछ बदल सा गया था मैं
या बदल दिया गया था
जिंदगी को जिंदगी कहने का
एक कारण भी मिल गया था ।
Class में लगभग सारे ही बच्चे पानी लाते थे
पर मैं उसी से माँगता
ऐसा ही चलता रहेगा या बात आगे भी बढेगी अपनी
फिलहाल तो अभी नही जानता।
बात भी उतनी हो ही जाती थी
जितनी होनी चाहिए थी
Sunday के दिन सबको आराम रहता था
पर मुझे बेचैनी थी।
जिस दिन वो आए तो समा मुकम्मल लगता था
और ना आए तो मेरा वहॉ होना बेवजह
internet पे pick-up lines भी पढ़ी है मैने
पर उसके सामने कभी Use क्युँ नही कर पाया
नही पता।
मेरे सारे दोस्त Single थे
पर Tips ऐसी देते थे जैसे
कितनों को ही Date कर चुके हो
मेरे पास भी और कोई Option नही था
तो इस मामले मे जो कह रहे हैं वे,
वो करो।
उन दोस्तों ने Idea दिया की लड़की को Impressed करने के लिए
उसकी Best friend का दिल जितना Important हैं
क्यो की सारी Permission वहा से Grant होती हैं
तो अगला मेरा वही Target हैं ।
तो अब उसकी Best Friend "Natasha"
के पीछें मैं भागा
वो दोनो साथ मे बैठते थे तो
बात-चीत बढ़ाना भी आसान था।
"Natasha" chemistry मे काफी अच्छी थी
तो Notes माँग कर ही मैने
उस से भी बात की शुरुआत की
ये सब तो सिर्फ एक बहाना था
Chemical Bond तो मुझे बस
मेरी वाली के साथ बनाना था।
काफी दिनो तक फिर यु ही चला
Flirting तक तो मैं पोहोच गया पर
उसकी आँखो में मेरे लिए वो बात नहीं थी
थोड़ा और Wait करना चाहिए
करु क्या?
रिश्ता तो "Natasha" से भी Friendly हो गया था
बस Friendly ही था
हॉ या ना का जवाब तो दोनो
Discussion कर के ही देंगे
तो उसका भी ध्यान रखना जरुरी था।
Imagine तो उसको मेंरे साथ मैं
कब का कर चुका था
एक वक्त तो ऐसा था की लग भी नही रही था
की यहा तक भी पोहोच पाउँगा।
पहली बार किसी लड़की ने आगे से
Friendship Band बाँधा था मुझे
अब तो बस Valentine day के दिन
Rose का ही इंतजार था ।
पर तब तक तो बडी देर हो जाएगी
मुझे ही थोडी जल्दी करनी होगी
क्या पता वो भी सोच रही हो की ,
मैं ही पहल करू
दिल नें भी Feeling positive ही थी ।
जब..कुछ समझ नही आता तो मैं
दोस्तों से ही सलाह लेता हुँ
कोई-ना-कोई तरकीब तो निकल ही आती हैं
और मैं भी Tension free होता हुँ।
तो वहॉ से एक सुझाव आया की
अपनी school picnic होने वाली हैं यार
मौका भी हैं, दस्तुर भी हैं
वही कर देना इज़हार ।
Casuals भी allowed हैं तो
जरा Hero बन के जाना
कोई बहाना नही चाहिए
भाभी बना कर ही लाना।
मैनें भी सोचा.. बात तो सही हैं
ऐसा मौका फिर कहा मिलेगा?
कुछ बढिया कपडे भी खरीद लेता हुँ
First impression ही Last impression रहेगा।
आईनें के सामने मैने rehearsal करना शुरु किया
वो हाँ बोलेगी तो मैं सोच भी नही पा रहा था
की मैं कैसे react करूँगा।
पहला पहला प्यार हैं,
मिल तो जाएगा ना..?
मेरा proposal उसे
पसंद तो आएगा ना..?
अब picnic वाला दिन आया
हम चल दिए school bus में
वो खिडकी के बाहर नज़ारे देख रही थी
और मैं देख रहा था उसे।
मेरा प्यार मेरे सामने बैठा हैं
और मैं सिर्फ उसे महसुस कर रहा हुँ
मेरे चेहरे पे बस एक मुस्कान चिपकी हुई थी
कोई बता भी नहीं सकता था
अंदर से मैं कितना डर रहा हुँ ।
Destination spot पर पोहोच गए हम
पर आज मेरी मँजिल कुछ और थी
थोडी देर बाद उसी ने आ कर मुझसे कहा
तुम्हें एक बात बतानी थी...
मैनें कहा same pinch
मुझे भी तुम्हें कुछ बताना हैं
उसने कहा पहले मैं बोल दुँ?
सब लोग मेरा wait कर रहे हैं
मुझे जाना हैं..
मुझे कोई जल्दी नही थी
और उसकी बात सुनने के लिए तो मैं
सालों तक इंतजार कर सकता था
उसने बोलना शुरु किया पर
इसके अलावा वो कुछ और बोलती ना
तो मैं दिन भर सुन सकता था ।
उसने बोला मुझे,
'पता नही उसकी हिम्मत क्यु नही हैं तुम्हें बताने के लिए
"Natasha likes you from the first day"💔
जिस दिन तुम आए थे
उस से chemistry के notes माँगने के लिए।'
उसने add on करते हुए कहा की
मेरा काम तो बस तुम्हें ये बताने तक का था
अब जो भी तुम्हारा जवाब हो
जल्दी से please उसे बता देना।
मैं shock मे था
चुप खडा
अब इसका क्या जवाब दुँ.??
सवाल तो out of syllabus था।
जिसे impressed करने के लिए जिसका सहारा लिया
उस सहारे से ही काम खराब हो गया
फिर सोचा मैनें..
काम तो खराब होना ही था
जब ये फाल्तु idea ही बेवकुफ दोस्तों का था ।
मैं हँसु की रोऊँ.??
मुझे समझ ही नही आया
जिसका exam देना ही नहीं था
उसी में Top कर आया।
मेरे आँखों के सामने से धीरे-धीरे
वो ख्वाब की परत हट गयी
उसे पाने के लिए उसकी friend का सहारा लिया
और अंत मे, उसी की दोस्त पट गयी |
Is it happy ending..??
So, this is my short poetry. Does this situation happened to you?
Share your opinions about the ending of the poem in comments.
Thank you. Visit Again.
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